Sourabh Yadav
Monday, December 20, 2010
कौरव कौन, कौन पांडव / अटल बिहारी वाजपेयी
कौरव कौन
कौन पांडव,
टेढ़ा सवाल है|
दोनों ओर शकुनि
का फैला
कूटजाल है|
धर्मराज ने छोड़ी नहीं
जुए की लत है|
हर पंचायत में
पांचाली
अपमानित है|
बिना कृष्ण के
आज
महाभारत होना है,
कोई राजा बने,
रंक को तो रोना है|
1 comment:
दीपक बाबा
December 21, 2010 at 12:29 PM
बस रंक को तो रोना ही है........
अटल जी की कविता को यूँ ही प्रस्तुत करते रहिये...
प्रासंगिक है.
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बस रंक को तो रोना ही है........
ReplyDeleteअटल जी की कविता को यूँ ही प्रस्तुत करते रहिये...
प्रासंगिक है.